|| Chila Cookery Tips ||
|| चीला कूकरी टिप्स ||
1. सुबह के नाश्ते के लिए चिल्ला एक अच्छा विकल्प है। खास बात यह है कि इसे बनाने में वक्त भी कम लगता है और यह पोषण से भरा भी होता है।
2. बच्चों के लिए भी एक पौष्टिक नाश्ता साबित हो सकता है। उनके लिए चीला बनाते वक्त धोल में हरी मिर्ची या मिर्च पाउडर डालने से बचें। बच्चों को छुपा - छुपा कर सब्जी खिलाने की तरकीब अगर आप तलाशती रहती है, तो उसके लिए भी चीला उपर्युक्त है। चीला के धोल में गाजर, पत्ता गोभी, गोभी आदि सब्जी आप कद्दूकस करके मिला सकती हैं।
3. चीला का घोल बनाते वक्त ध्यान रखें के घोल में बेसन, सूजी या आटे आदि की गांठ ना बने।
4. चीले का घोल ना तो बहुत ज्यादा गाढ़ा होना चाहिए और ना ही पतला। डोसा के घोल का गाढ़ापन जितना होता है, चीले के धोल को भी लगभग उतना ही गाना रखें। अगर धोल पतला हो जाए तो उसमें थोड़ी - थोड़ी मात्रा में बेसन मिलाते हुए घोल तैयार करें।
5. अच्छा चीला बनाने के लिए हमेशा नॉन स्टिक पेन का इस्तेमाल करें। गर्म पैन में चीले का घोल डालने के बाद मध्यम आंच पर ही चीला पकाएं।
|| Chila Cookery Tips ||
1. Chilla is a good option for morning breakfast. The special thing is that it takes less time to make and is also full of nutrition.
2. It can also prove to be a nutritious snack for children. While making cheela for them, avoid adding green chilli or chilli powder to the dhol. If you keep searching for the idea of feeding the children secretly, then cheela is also mentioned above. You can add grated carrot, cabbage, cabbage, etc. vegetables in cheela.
3. While making cheela solution, make sure that there are no lumps of gram flour, semolina or flour in the solution.
4. Cheela solution should neither be too thick nor too thin. As much as the consistency of the dosa solution, keep the cheela ring almost the same. If the batter is diluted, prepare the solution by adding a little quantity of gram flour.
5. Always use a non stick pen to make a good cheela. After adding the cheela solution in the hot pan, cook the cheela on medium heat.
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